| 1. | अहुरमज्द का साक्षात् केवल ध्यान का विषय है।
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| 2. | रावण को चाहे अहुरमज्द और अद्दमान समझिए,
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| 3. | अहुरमज्द ही परमज्ञान अथवा शक्तिपुंज का भी प्रतीक है।
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| 4. | अहुरमज्द ही परमज्ञान अथवा शक्तिपुंज का भी प्रतीक है।
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| 5. | ‘यश्न ' अहुरमज्द की उपासना के लिए था।
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| 6. | यह ‘ यश्न ' अहुरमज्द की उपासना के लिए था।
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| 7. | ध्यान रहे, पारसी लोग अहुरमज्द की उपासना करते हैं ।
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| 8. | ध्यान रहे, पारसी लोग अहुरमज्द की उपासना करते हैं ।
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| 9. | अहुरमज्द प्राचीन ईरान के पैगंबर ज़रथुस्त्र की ईश्वर (अहु=स्वामी, मज्द=परम ज्ञान) को प्रदत्त
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| 10. | उसे इस प्रकार कहना पड़ता है-मैं अहुरमज्द के दर्शन में आस्था रखता हूँ...
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