आंतरिक कारण वे होते हैं जो पत्तियों में स्थित होते हुए प्रकाश संश्लेषण की क्रिया को प्रभावित करते हैं जैसे-पर्ण हरिम या क्लोरोफ़िल जिसके द्वारा प्रकाश ऊर्जा रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित होती है।
12.
आंतरिक कारण वे होते हैं जो पत्तियों में स्थित होते हुए प्रकाश संश्लेषण की क्रिया को प्रभावित करते हैं जैसे-पर्ण हरिम या क्लोरोफ़िल जिसके द्वारा प्रकाश ऊर्जा रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित होती है।
13.
आंतरिक कारण वे होते हैं जो पत्तियों में स्थित होते हुए प्रकाश संश्लेषण की क्रिया को प्रभावित करते हैं जैसे-पर्ण हरिम या क्लोरोफ़िल जिसके द्वारा प्रकाश ऊर्जा रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित होती है।
14.
(9) कोचिनियल या कारमाइन, कैरोटीन या कैरोटिनोइड्स, क्लोरोफ़िल, लेक्टोफ्लेवीन, कैरामेल, अनोटो, रतनजोत, केसर और करक्यूमिन प्रकृतिप्रदत्त रंजक हैं, जो प्राकृतिक या संश्लेषित रीति से प्राप्त कर प्रयोग में लाए जा सकते हैं।
15.
प्रकाशसंश्लेषण (सं.) [सं-पु.] (वनस्पतिविज्ञान) वह क्रिया जिससे क्लोरोफ़िल युक्त हरे पौधे सूर्य के प्रकाश में वायुमंडल की कार्बन डाई ऑक्साइड तथा जल से कार्बोहाइड्रेट का संश्लेषण कर लेते हैं ; सजीव कोशिकाओं के द्वारा प्रकाशकीय ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करने की क्रिया।
16.
कौन-से जीव सूर्य के प्रकाश एवं क्लोरोफ़िल की उपस्थिति में अकार्बनिक पदार्थों से कार्बनिक पदार्थ जैसे कि, शर्करा ; चीनी एवं मंड का निर्माण कर सकते हैं? सभी हरे पौधो एवं नील-हरित शैवाल जिनमें प्रकाश संश्लेषण की क्षमता होती है, इसी वर्ग में आते हैं तथा उत्पादक कहलाते हैं।
17.
कच्ची मिर्च अपने क्लोरोफ़िल के कारण हरे रंग की होती है और बाद में अपनी जाति के अनुसार लाल, पीली या अन्य रंग की हो जाती है क्योंकि इथाइलिन (ethylene) व औक्सिन (auxin) जैसे रसायनों की सहायता से क्लोरोफ़िल रासायनिक प्रक्रियाओं द्वारा विघटित होकर अन्य यौगिकों का निर्माण करता है।
18.
कच्ची मिर्च अपने क्लोरोफ़िल के कारण हरे रंग की होती है और बाद में अपनी जाति के अनुसार लाल, पीली या अन्य रंग की हो जाती है क्योंकि इथाइलिन (ethylene) व औक्सिन (auxin) जैसे रसायनों की सहायता से क्लोरोफ़िल रासायनिक प्रक्रियाओं द्वारा विघटित होकर अन्य यौगिकों का निर्माण करता है।