पत्तियों से ज़्यादा क्लोरोफ़िल उनकी परछाईं की नसों में दौड़ता है.
3.
पत्तियों में पर्णहरित (क्लोरोफ़िल) की कमी के कारण ऐसा होता है।
4.
यह क्लोरोफ़िल पतों पर पड़ने वाले सूर्य के प्रकाश से ऊर्जा लेकर पत्तों में उसे समाता है।
5.
यह क्लोरोफ़िल पतों पर पड़ने वाले सूर्य के प्रकाश से ऊर्जा लेकर पत्तों में उसे समाता है।
6.
उदाहरण के तौर पर क्लोरोफ़िल की उपस्थिति जो किसी भी पेड़-पौधे में मौजूद अहम तत्व होता है।
7.
कौन-से जीव सूर्य के प्रकाश एवं क्लोरोफ़िल की उपस्थिति में अकार्बनिक पदार्थों से कार्बनिक पदार्थ जैसे कि, शर्करा ;चीनी एवं मंड का निर्माण कर सकते हैं?
8.
आंतरिक कारण ती हुन्छन् जो पातहरूमा स्थित हुँदै प्रकाश संश्लेषणको क्रियालाई प्रभावित गर्दछन् जस्तै-पर्ण हरिम वा क्लोरोफ़िल जसका द्वारा प्रकाश ऊर्जा रासायनिक ऊर्जामा परिवर्तित हुन्छ।
9.
यह ज्ञात नहीं है के अन्य ग्रहों के जीव भी कोशिकाओं (सेल) के बने होंगे या नहीं-यह एक पौधे की कोशिकाएँ हैं जिनमें क्लोरोफ़िल के हरे कण नज़र आ रहे हैं
10.
आंतरिक कारण वे होते हैं जो पत्तियों में स्थित होते हुए फोटोसिन्थेसिस की क्रिया को प्रभावित करते हैं जैसे-पर्ण हरिम या क्लोरोफ़िल जिसके द्वारा प्रकाश ऊर्जा रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित होती है।