आजकल प्रयोग में लाई जानेवाली नलियों में इस प्रकार के अनेक ध्रुव होते हैं और इन नलियों का नाम इन ध्रुवों की संख्या पर पड़ जाता है, जैसे त्रिध्रुवी जिसमें तीन ध्रुव होते हैं, चतुर्ध्रुवी जिसमें चार ध्रुव होते हैं, पंचध्रुवी जिसमें पाँच ध्रुव होते हैं, इत्यादि।