1965 में तुरग वेंकटश्वरलू नामक एक अन्य उपासक ने पंद्रह सालों बाद इस मंदिर के बंद द्वार खोले।
13.
1965 में तुरग वेंकटश्वरलू नामक एक अन्य उपासक ने पंद्रह सालों बाद इस मंदिर के बंद द्वार खोले।
14.
यहां न खग हैं, न तुरग हैं, न गाड़ी है, न रेल, न जहाज, न तार।
15.
इसके बाद अश्व पर आरूढ़ होकर अपराह्न में गज, तुरग, रथ सहित यात्रा पर ईशान कोण में रवाना हों।
16.
तुर् + गम् + खच् + मुम्, तुर-तुरेण वेगेन उदाहरण-तुरग खुर हतस्तथा रेणुः (अभि 0 शाकु 0 / कालिदास 1 / 28) लेकिन यह गतिशीलता आधुनिक अश्व की तरह तो निश्चय ही नही रही होगी।