उदाहरण वाक्य | 1. | जनकजी ने ' गज रथ तुरग दास अरू दासी।
| | 2. | सूत तुरग हरि तात रोम रोमन अरु रथ
| | 3. | जनकजी ने ‘गज रथ तुरग दास अरू दासी।
| | 4. | जनकजी ने ‘ गज रथ तुरग दास अरू दासी।
| | 5. | कच्छप की सी सकुच है, बक्र तुरग की चाल।
| | 6. | देखि सुबेष महामुनि जाना॥ उतरि तुरग तें कीन्ह प्रनामा।
| | 7. | करि निज तुरग सकल वीरन कहँ टेरी।
| | 8. | रथ तुरग सारथी बिसिख धनु दलि हरिसुत को मद हरहु।
| | 9. | तुरग सारथी रथी सहित रथ, यत्र तत्र सर्वत्र खडे थे।
| | 10. | बाँधि तुरग तरु बैठ महीसा॥ नृप बहु भाँति प्रसंसेउ ताही।
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परिभाषा | सींगरहित एक चौपाया जो गाड़ी खींचने और सवारी के काम में आता है:"राणा प्रताप के घोड़े का नाम चेतक था" पर्याय: घोड़ा, अश्व, केसरी, केशरी, तुरंग, मराल, हयंद, हय, केशी, केहरी, तुरंगम, घोटक, घोट, तारखी, पेलि, युयु, अलल्लाँ, परुद्वार, पेली, वृषल, वृषण, शिखी, रैवंता, अमृतसहोदर, अर्घ, अरघ, अर्वण, अलल्लां, वातप्रमी, माषाश, श्रीपुत्र, तार्क्ष्य, होबार, ययु, ययी, शालिहोत्र, प्रयोग,
| | नर घोड़ा:"सैनिक घोड़े पर नहीं अपितु घोड़ी पर सवार था" पर्याय: घोड़ा, अश्व, केसरी, तुरंग, मराल, हयंद, हय, केशी, केशरी, तुरंगम, घोटक, घोट, तारखी, पेलि, युयु, अलल्लाँ, अलल्लां,
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