| 11. | त्वक् वायु से बना है क्योंकि स्पर्श वायु का गुण है।
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| 12. | (1) बहिरिंद्रिय-घ्राण, रसना, चक्षु, त्वक् तथा श्रोत्र (पाँच) और
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| 13. | पत्र, मूल एवं त्वक् (छाल) का चूर्ण ।
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| 14. | वायु का ग्रहण सामान्यतया त्वक् इन्द्रिय के द्वारा किया जाता है ।
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| 15. | इस प्रकार विटामिन ए की कमी से त्वक् शुष्कता, रात्र्यंधता होती है।
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| 16. | इस प्रकार विटामिन ए की कमी से त्वक् शुष्कता, रात्र्यंधता होती है।
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| 17. | तुलसी के औषध उपयोग के घटक पत्रं पुष्पं फलं मूलं त्वक् स्कन्ध संçज्ञतम्।
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| 18. | वेदना-त्वक् इन्द्रिय से सूक्ष्म व दिव्य स्पर्श अनुभव करने की शक्ति।
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| 19. | तुलसी के औषध उपयोग के घटक पत्रं पुष्पं फलं मूलं त्वक् स्कन्ध संçज्ञतम्।
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| 20. | इस संबंध में मनुस्मृति के दो श्लोक वर्णित हैं-श्रोत्रं त्वक् चक्षुषीजिह्वा नासिका चैवपंचमी।
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