| 1. | त्वक् सबसे प्राचीन इन्द्रिय है, दृक् सबसे नई।
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| 2. | त्वक् सबसे प्राचीन इन्द्रिय है, दृक् सबसे नई।
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| 3. | संस्कृत में इसे त्वक् वा वल्कल कहते हैं ।
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| 4. | मात्रा-त्वक् चूर्ण-2 से 4 ग्राम नित्य ।
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| 5. | (1) बहिरिंद्रिय-घ्राण, रसना, चक्षु, त्वक् तथा श्रोत्र (प
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| 6. | इसका दूध, पुष्प, त्वक् सभी अद्वितीय हैं ।
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| 7. | (1) बहिरिंद्रिय-घ्राण, रसना, चक्षु, त्वक् तथा श्रोत्र (पाँच) और
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| 8. | कई विशिष्ट एल्केलाइड यौगिक व खनिज लवण त्वक् में होते हैं।
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| 9. | कई विशिष्ट एल्केलाइड यौगिक व खनिज लवण त्वक् में होते हैं।
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| 10. | कई विशिष्ट एल्केलाइड यौगिक व खनिज लवण त्वक् में होते हैं।
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