| 11. | आवश्यकताओं का निश्चयन परिवार की सीमा में ही सम्भव है-अकेले में नहीं।
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| 12. | ऐसा निश्चयन होने पर उसके लिए अध्ययन करने पर यह अपना स्वत्व बन जाता है।
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| 13. | कार्य का निश्चयन तभी हो सकता है-जब हम अपनी आवश्यकताओं का निश्चयन कर पाएं।
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| 14. | कार्य का निश्चयन तभी हो सकता है-जब हम अपनी आवश्यकताओं का निश्चयन कर पाएं।
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| 15. | प्रमाण-बोध में आ जाने से निश्चयन हो जाता है-कि यह वस्तु ऐसे ही है।
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| 16. | अनुभव पूर्वक यह निश्चयन होता है कि-“पूरी बात को मैं प्रमाणित कर सकता हूँ”।
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| 17. | के आण्विक व्याख्याएँ इस बात का निश्चयन करती हैं कि पुष्पण तभी होगा जब निषेचन (
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| 18. | परिवार में आवश्यकता के निश्चयन से श्रम-नियोजन पूर्वक आवश्यकता अधिक उत्पादन करके समृद्धि को प्रमाणित किया जाता है।
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| 19. | “होना” समझ में आना ही बिम्ब के साथ सम्बन्ध का पहचान और उसके साथ कार्य-व्यवहार का निश्चयन है।
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| 20. | मानव-चेतना विधि से मानव किस प्रकार परम्परा के रूप में वैभवित होना है-यह निश्चयन होता है।
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