| 11. | हाथ से निर्माण में कुशल कारीगर द्रवित काच को फुँकनी पर संग्रह करता है।
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| 12. | बोतल का कंठ बनाने के लिए, बोतल को फुँकनी से अलग कर लेते हैं।
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| 13. | हाथ से निर्माण में कुशल कारीगर द्रवित काच को फुँकनी पर संग्रह करता है।
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| 14. | सोंधी रोटी पर खट्टी चटनी जैसी माँ, याद आता है चौका-बासन, चिमटा फुँकनी जैसी माँ।
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| 15. | इस विधि में फुँकनी द्वारा मुख से फूँककर काच के विशाल पोले बेलन बनाए जाते हैं।
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| 16. | इस विधि में फुँकनी द्वारा मुख से फूँककर काच के विशाल पोले बेलन बनाए जाते हैं।
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| 17. | सोंधी रोटी पर खट्टी चटनी जैसी माँ, याद आता है चौका-बासन, चिमटा फुँकनी जैसी माँ।
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| 18. | फुँकनी को चलाने की दो तरकीबें होती हैं, एक तो बाएँ हाथ की और दूसरी दाहिने हाथ की।
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| 19. | बत्ती का व्यास वेल्ड की जानेवाली वस्तु की मोटाई और फुँकनी की नाप के अनुपात से होना चाहिए।
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| 20. | फुँकनी को चलाने की दो तरकीबें होती हैं, एक तो बाएँ हाथ की और दूसरी दाहिने हाथ की।
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