| 1. | चिमटे, संसी, फुँकनी से बाहर निकल आईं अम्मी
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| 2. | याद आता है चौका-बासन, चिमटा फुँकनी जैसी माँ
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| 3. | फुँकनी को छेड़े तवा, 'तू लग रही सुरंग'.
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| 4. | फुँकनी बोली: 'हाय रे! करिया लगे भुजंग'..
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| 5. | याद आता है चौका-बासन, चिमटा फुँकनी जैसी माँ ।
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| 6. | दोहरी लौ की फुँकनी [संपादित करें]
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| 7. | फुँकनी से सम्मुख काला करता है और ४. ५-५पर लगता है.
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| 8. | इस प्रकार की फुँकनी का रिवाज आजकल बढ़ता जा रहा है।
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| 9. | इस प्रकार की फुँकनी का रिवाज आजकल बढ़ता जा रहा है।
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| 10. | बोतल का कंठ बनाने के लिए, बोतल को फुँकनी से अलग कर लेते हैं।
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