| 11. | दाहक सोडा के अतिरिक्त अन्य अभिकर्मक भी मर्सरीकरण के लिये उपयुक्त हो सकते हैं।
|
| 12. | ऐसा समझा जाता है कि दाहक सोडा के मर्सरीकरण से सेलुलोस, ऐल्कली सेलुलोस बन जाता है।
|
| 13. | ऐसा समझा जाता है कि दाहक सोडा के मर्सरीकरण से सेलुलोस, ऐल्कली सेलुलोस बन जाता है।
|
| 14. | अत: मर्सरीकरण के लिये सर्वप्रथम 20 से 25 प्रति शत विलयन का उपयोग करना अच्छा होता है।
|
| 15. | जो दाहक सोडा के मर्सरीकरण शक्ति के सांद्रण से प्राप्त होती है और धारी की छपाई (
|
| 16. | अत: मर्सरीकरण के लिये सर्वप्रथम 20 से 25 प्रति शत विलयन का उपयोग करना अच्छा होता है।
|
| 17. | पर मर्सरीकरण के लिये सस्ता होने के कारण केवल दाहक सोडा ही बड़े पैमाने पर प्रयुक्त होता है।
|
| 18. | पर मर्सरीकरण के लिये सस्ता होने के कारण केवल दाहक सोडा ही बड़े पैमाने पर प्रयुक्त होता है।
|
| 19. | ऐसे सूतों या वस्त्रों को मर्सरीकृत सूत या वस्त्र कहते हैं तथा मर्सरीकृत होने की प्रक्रिया को मर्सरीकरण (
|
| 20. | मर्सरीकरण से केवल चमक ही नहीं आती वरन् लगभग 15% मजबूती और रंजक ग्रहण करने की क्षमता बढ़ जाती है।
|