| 11. | महान देश का महान रक्षा राजत!
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| 12. | श्री मालकेतु में राजत कोटि रतन ज्योति ॥ जय० ॥
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| 13. | मालकेतु में राजत, कोटि रतन ज्योति॥
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| 14. | राजत हैं = सुशोभित होते हैं।
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| 15. | राजत मेहंदीपुर में, दर्शन सुखकारी ।
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| 16. | साल्वसहित कुरुराज अनु राजत षट महिपाल।
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| 17. | केहरि वाहन राजत, खड्ग खप्पर धारी
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| 18. | श्री मालकेतु में राजत, कोटि रतन ज्योति ॥ जय 0
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| 19. | बुध को गोद लयें यो राजत, परत चंद्र में झाँकौ।
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| 20. | चटकीलौ पट लपटानौ कटि पर, बंसीवट जमुना कै तट, राजत नगर नट।
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