|  | 1. | पंडित कोक चला गुण मण्डित कोटिक राजत गोपकुमारी॥ 
 
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|  | 2. | मानौ नव धन ऊपर राजत मघवा धनुष चढाई॥ 
 
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|  | 3. | कठुला कंठ वज्र केहरि नख राजत रुचिर हिए। 
 
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|  | 4. | मानौ नव धन ऊपर राजत मघवा धनुष चढाई॥ 
 
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|  | 5. | के हरि वाहन राजत, खड्ग खप्पर धारी, 
 
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|  | 6. | माल केतु में राजत कोटि रतन ज्योती 
 
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|  | 7. | राम राज राजत सकल धरम निरत नर नारि । 
 
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|  | 8. | कंठुला कंठ, ब्रज केहरि-नख, राजत रुधिर हिए। 
 
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|  | 9. | अधर सुधारस मुरली राजत, उर बैजंती-माल.. 
 
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|  | 10. | हरी हरी वन राजत द्रुमवेली, न्रुत्यत कुंवर 
 
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