| 11. | इस संपात की सार्थकता तब तक अज्ञात रही जब तक किरचॉफ (
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| 12. | अर्थात् क्रांतिवृत्त तथा विषुवत् वृत्त का वसंत संपात बिंदु लिया जाता है।
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| 13. | 22 सितम्बर को शरद संपात तथा 22 मार्च को बसन्त होता है।
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| 14. | इस संपात की सार्थकता तब तक अज्ञात रही जब तक किरचॉफ (Kirchhoff) ने 1859 ई.
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| 15. | विषुव दिन वह है जिस दिन सूर्य विषुवत् तथा क्रांतिवृत्त के संपात में रहता है।
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| 16. | सूर्य संबंधी अयन गति, ऋतु संपात और वैवाहिक मुहूर्त आदि सौर गणना पर आधारित हैं।
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| 17. | विषुव दिन वह है जिस दिन सूर्य विषुवत् तथा क्रांतिवृत्त के संपात में रहता है।
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| 18. | 30-30 डिग्री पर आनेवाले सारे विंदू ही सूर्य सिद्धांत के संपात विंदू हैं।
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| 19. | ईसा के पाँचवे शतक के आसन्न तक यह बिंदु कांतिवृत्त तथा विषुवत् के संपात में था।
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| 20. | निरयण पंचांग का आरंभस्थान संपात के सिवाय कोई भी स्थिर या अस्थिर बिंदु हो सकता है।
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