| 11. | ऋषियों ने लेखनी उठायी जिसका संकेत स्पर्शन परीक्षा में चरक में कर दिया
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| 12. | तीन इंद्रिय वाले जीवों के तीन इंद्रियाँ होती हैं-स्पर्शन, रसना और घ्राण।
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| 13. | (दर्शन, स्पर्शन और प्रश्नों से रोगियों का परीक्षण करना चाहिए) कहा गया है।
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| 14. | (दर्शन, स्पर्शन और प्रश्नों से रोगियों का परीक्षण करना चाहिए) कहा गया है।
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| 15. | चार इंद्रिय वाले जीवों के चार इंद्रियाँ होती हैं-स्पर्शन, रसना, घ्राण और चक्षु।
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| 16. | पाँच इंद्रिय वाले जीवों के पाँच इंद्रियाँ होती हैं-स्पर्शन, रसना, घ्राण, चक्षु और कर्ण।
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| 17. | किंतु, सुकन्ये! डरी नहीं तू, जब तेरे स्पर्शन से मुनिसत्तम खन्डित समाधि से कोपाकुल जागे थे?
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| 18. | अप्रिय वस्तु के दर्शन, स्पर्शन अथवा स्मरण से उत्पन्न घृणा का भाव जुगुत्सा कहलाता है।
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| 19. | जिनके मात्र एक स्पर्शन इन्द्रिय, स्पर्श बोध कराने वाली इन्द्रिय पायी जाती है, वे स्थावर जीव हैं।
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| 20. | इस प्रसंग से आपको पता चलेगा कि महापुरुष का दर्शन, स्पर्शन व संभाषण उस युवक के लिए कितना श्रेयस्कर सिद्ध हुआ!
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