१. लंदन म्यूज़ियम के जीवाश्मों की करोटि (खोपड़ी) में अब तक जितनी हड्डियों की गणना की गई थी उससे वे अधिक हैं;
32.
अनुकंपी शृंखला करोटि गुहा से श्रोणि गुहा तक कशेरुक दंड के दोनों ओर रहती है तथा इसमें कई गुच्छिकाएँ (ganglions) रहती हैं।
33.
(2) स्पंदी-अति रुधिरतनाव पेट की गड़बड़ी या करोटि के भीतर की धमनी के फैलाव के कारण स्पंदन पीड़ा होता है।
34.
(2) स्पंदी-अति रुधिरतनाव पेट की गड़बड़ी या करोटि के भीतर की धमनी के फैलाव के कारण स्पंदन पीड़ा होता है।
35.
छोटे एवं बड़े पंखों के बीच सुपीरियर नेत्रकोटरीय विदर (superior orbital fissure) होती है, जो मध्य करोटि खात एवं नेत्र-गुहा (orbit) के बीच अवस्थित होती है।
36.
यदि नमूने को आरूढ़ करना होता है, तो किसी लोहे के तार के चारों तरफ सन लपेटकर शरीर की कृत्रिम आकृति बना ली जाती है और तार का नुकीला भाग गर्दन और करोटि से होते हुए बाहर निकाल लिया जाता है।
37.
यदि नमूने को आरूढ़ करना होता है, तो किसी लोहे के तार के चारों तरफ सन लपेटकर शरीर की कृत्रिम आकृति बना ली जाती है और तार का नुकीला भाग गर्दन और करोटि से होते हुए बाहर निकाल लिया जाता है।
38.
इस अधिवर्ग के सदस्यों में हनुसंधिका (quadrate) करोटि (skull) के साथ केवल एक ही शीर्ष द्वारा जुड़ती हैं, अंसफलक (scapula) और अंसतुंड (coracoid) छोटे और एकरूप होते हैं एवं अंसतुंड अंसफलकीय कोण (coraco scapular angle) एक समकोण से अधिक होता है।