| 41. | मानव-शरीर की प्रत्येक गतिविधि का संचालन और निर्देशन मस्तिष्क द्वारा होता है।
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| 42. | जीवन और मानव-शरीर के सह-अस्तित्व में ही समझ का प्रमाण होता है.
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| 43. | जैसे मानव-शरीर गर्भाशय में रचित होता है, और एक दिन विरचित होता है।
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| 44. | पुन: यथा समय मानव-शरीर को त्यागकर ' भगवद्धाम ' में जाता है।
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| 45. | जीवावस्था के सभी वंश-परम्पराएं स्थापित होने के बाद मानव-शरीर रचना का प्रगटन हुआ।
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| 46. | मानव-शरीर रचना सर्व-प्रथम किसी जीव से ही प्रारंभ हुआ, उसके बाद मानव-परम्परा शुरू हुई।
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| 47. | इसका उत्तर यह है कि मानव-शरीर हमें मिला है परमात्माकी ही प्राप्तिके लिये ।
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| 48. | यह नश्वर मानव-शरीर किसी के काम आए इससे बड़ा परोपकार क्या हो सकता है।
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| 49. | मानव-शरीर में असंमिति के जो इतने चिन्ह मिलते हैं वेभी उसीसे प्रभावित होकर बने थे.
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| 50. | (3) मानव-शरीर के ध्वनि-उत्पादक यन्त्र् कण्ठ एवं श्रवणेन्दि्रय का वैज्ञानिक निरूपण एवं पाश्चात्य वर्गीकरण;
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