फिर जाने मुझे क्या सूझा कि, आ बैल मुझे मार की तर्ज पर, उनकी आँखों में आँखें डाल कर कहा, ' वैसे व्यeवहारिक अंतक दोनों में है नहीं।
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यदि एक तरह के कृस्टल के दोनों तरफ विद्युत प्रचलन शक्ति को लगायें, तो एलेक्ट्रोंनों का प्रवाह स्थापित नही होता; अगर एलेक्ट्रोंन या “छिद्रों” (एलेक्ट्रोंन की त्रुटिपूर्णता) को तीसरे अंतक से अंतरावहित करें तो यह प्रवाह स्थपित हो सकता है।
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यदि एक तरह के कृस्टल के दोनों तरफ विद्युत प्रचलन शक्ति को लगायें, तो एलेक्ट्रोंनों का प्रवाह स्थापित नही होता; अगर एलेक्ट्रोंन या “छिद्रों” (एलेक्ट्रोंन की त्रुटिपूर्णता) को तीसरे अंतक से अंतरावहित करें तो यह प्रवाह स्थपित हो सकता है।
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यदि एक तरह के कृस्टल के दोनों तरफ विद्युत प्रचलन शक्ति को लगायें, तो एलेक्ट्रोंनों का प्रवाह स्थापित नही होता ; अगर एलेक्ट्रोंन या “ छिद्रों ” (एलेक्ट्रोंन की त्रुटिपूर्णता) को तीसरे अंतक से अंतरावहित करें तो यह प्रवाह स्थपित हो सकता है।