| 1. | अखण्डनीय नियम है-शरण्य सर्वोत्कृष्ट सुयोग्य होना चाहिए।
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| 2. | यहाँ पर दयानन्द के विचार अखण्डनीय हैं।
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| 3. | ऐसी स्थिति में उकत तथ्य पूर्णत अखण्डनीय रहे है।
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| 4. | और प्रतिपरीक्षण में भी उक्त साक्षी के कथन अखण्डनीय रहे हे।
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| 5. | उक्त त साक्षी के कथन उनके प्रतिपरीक्षण में पूर्णत अखण्डनीय रहे है।
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| 6. | इस तरीके से गवाह पी0डब्ल्यू0-5 सुनील सागर चश्मदीद साक्षी के बयान अखण्डनीय हैं।
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| 7. | ओवदिका ने अपने शपथ पत्र मे चुनोती न दिये जाने से अखण्डनीय रहे हैं।
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| 8. | उसका शपथ पत्र उसके प्रतिपरीक्षण में कोई चुनोती न दिये जाने से पूर्णतः अखण्डनीय रहा है।
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| 9. | हालाकि आवेदक द्वारा प्रस्तुत शपथ पत्र उनके प्रतिपरीक्षण मं कोई चुनोती ने न दिये जाने से पूर्णत अखण्डनीय रहे है।
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| 10. | उक्त साक्षी के कथन उसके प्रतिपरीक्षण में पूर्णत अखण्डनीय रहे हैं और प्रदर्शपी-1के आदेश से भी उसके कथनों का समर्थन होता है।
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