| 1. | से पहले नित्य खाने से अग्निमांद्य दूर होगा।
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| 2. | 1. अग्निमांद्य में गरम पानी पीना चाहिए।
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| 3. | साथ हिंग्वष्टक चूर्ण खाने से अग्निमांद्य दूर होगा।
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| 4. | 1. अग्निमांद्य में गरम पानी पीना चाहिए।
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| 5. | खांसी, अग्निमांद्य, पांडुरोग की उत्कृष्ट औषधि है।
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| 6. | अतिसार, अग्निमांद्य तथा जीर्णज्वर में यह बहुत लाभदायक है।
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| 7. | बिही अग्निमांद्य, अरुचि, उल्टी, प्यास, पेट दर्द, मस्तिष्क विकार, बेहोशी, सिरदर्द,
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| 8. | इससे अग्निमांद्य दूर होता है और भूख भी बढ़ जाती है।
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| 9. | अफरा, अग्निमांद्य आदि पेट की गड़बड़ियों में राहत मिलती है।
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| 10. | एवं एक समय फलाहार लेने से भी अग्निमांद्य नष्ट होता है।
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