अग्न्याशय भ्रूणीय अग्रांत्र से बनता है अतः यह अंतस्तत्वक मूल का है।
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अग्न्याशय भ्रूणीय अग्रांत्र से बनता है अतः यह अंतस्तत्वक मूल का है।
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अग्न्याशय भ्रूणीय अग्रांत्र से बनता है अतः यह अंतस्तत्वक मूल का है।
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प्रत्येक संरचना में एक नली के माध्यम से अग्रांत्र के साथ संचार.
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अग्न्याशय भ्रूण अग्रांत्र से रूपों और अन्त: जनस्तर सम्बन्धी मूल के है इसलिए.
7.
अग्रांत्र अंगों के रूप में-हालांकि, यह अभी भी एक ही रक्त की आपूर्ति सीलिएक ट्रंक शेयरों.
8.
अग्रांत्र की पेशियाँ प्रबल होती हैं और इनके अंतरीय तल पर बाल, काँटे तथा दाँत इत्यादि विकसित रहते हैं।
9.
(1) मुखपूर्वी कोटर (preoral cavity), (2) अग्रांत्र (foregut) या मुखपथ (stomadaeum), (3) मध्यांत्र (midgut) या मेसेंटरॉन (mesenteron) और (4) पश्चांत्र या गुदपथ (proctodaeum) या पाचन की प्रक्रिया में उदर ग्रंथियाँ और हेपैटोपैंक्रिअस (hepato-pancreas) सहचरित अग (organs) होते हैं।