इसे अचक्रीय (acyclic) या विवृत श्रृंखला का टरपीन कहते है।
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इसे अचक्रीय (acyclic) या विवृत श्रृंखला का टरपीन कहते है।
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इस वर्ग के अचक्रीय टरपीनों में मरसीन (Myrcine) क्वथनांक 1660-1680 और औसिमीन (Ocimene) कथनांक 1760-1780 सें0, अधिक महत्व के हैं।
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इस वर्ग के अचक्रीय टरपीनों में मरसीन (Myrcine) क्वथनांक 1660-1680 और औसिमीन (Ocimene) कथनांक 1760-1780 सें 0, अधिक महत्व के हैं।
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[1] सरलतम अचक्रीय एल्कीन वह होते हैं जिसमे सिर्फ एक द्वि-बन्ध होता है तथा अन्य कोई क्रियाशील समूह नहीं होता, यह मिलकर एक समरूप हाइड्रोकार्बन श्रृंखला की रचना करते हैं जिसका साधारण सूत्र (फार्मूला)
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सरलतम अचक्रीय एल्कीन वह होते हैं जिसमे सिर्फ एक द्वि-बन्ध होता है तथा अन्य कोई क्रियाशील समूह नहीं होता, यह मिलकर एक समरूप हाइड्रोकार्बन श्रृंखला की रचना करते हैं जिसका साधारण सूत्र (फार्मूला) CH होता है।