| 1. | प्राप्य है या (यह) किसी रूढ़िबद्ध अतिप्राकृतिक रहस्योद्धाटन (
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| 2. | प्रेम-कथा में अलौकिक और अतिप्राकृतिक तत्त्वों का प्राय: अभाव है और न ही
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| 3. | अतिप्राकृतिक शक्ति (मार्क 5:2-3), व्यक्ति के लिंग और आकार के अनुसार जो उनके पास पहले था या होना चाहिए, उससे बहुत अधिक.
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| 4. | (1) विचित्र वस्तुएँ, (2) अतिप्राकृतिक शक्ति, (3) वस्तुएँ जो उचित क्रम में न हें और, (4) प्रेत एवं देवता (पुस्तक 7, अध्याय 20)।
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| 5. | (1) विचित्र वस्तुएँ, (2) अतिप्राकृतिक शक्ति, (3) वस्तुएँ जो उचित क्रम में न हें और, (4) प्रेत एवं देवता (पुस्तक 7, अध्याय 20)।
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| 6. | इस प्रेम-कथा में अलौकिक और अतिप्राकृतिक तत्त्वों का प्राय: अभाव है और न ही इसे आध्यात्मिक रंग में रंगने का ही प्रयास किया गया है।
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| 7. | इस प्रेम-कथा में अलौकिक और अतिप्राकृतिक तत्त्वों का प्राय: अभाव है और न ही इसे आध्यात्मिक रंग में रंगने का ही प्रयास किया गया है।
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| 8. | इस प्रेम-कथा में अलौकिक और अतिप्राकृतिक तत्त्वों का प्राय: अभाव है और न ही इसे आध्यात्मिक रंग में रंगने का ही प्रयास किया गया है।
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| 9. | इस प्रेम-कथा में अलौकिक और अतिप्राकृतिक तत्त्वों का प्राय: अभाव है और न ही इसे आध्यात्मिक रंग में रंगने का ही प्रयास किया गया है।
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| 10. | काल के पृष्ठों को सामने रख रहे हैं व्यास-अतिप्राकृतिक अस्त्रों का प्रयोग धरती का अंतस्थल दहला गये, उर्वरता रूखी रेत बन गई.
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