छद्मरूपक (ट्रावेस्टी) उस प्रहासक (बरलेस्क) को कहते हैं जिसमें मूल विषय तो ज्यों का त्यों रहता है किंतु उसका प्रतिपादन अत्यंत असंगत तथा तुच्छ भाषा में और हास्यासपद अतिरंजकता के साथ किया जाता है।
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छद्मरूपक (ट्रावेस्टी) उस प्रहासक (बरलेस्क) को कहते हैं जिसमें मूल विषय तो ज्यों का त्यों रहता है किंतु उसका प्रतिपादन अत्यंत असंगत तथा तुच्छ भाषा में और हास्यासपद अतिरंजकता के साथ किया जाता है।