इस अनधिगत अर्थ के ज्ञान के उत्पन्न करने वाला करणभाट्टमत `प्रमाण ' है.
2.
' ' ' असाधारण '' '-प्रज्ञप्त नील प्रमेय में अनधिगत अविसंवादी ज्ञान प्रमाण तथा प्रज्ञप्त नील का परिच्छेद ' प्रमाणफल ' हैं।
3.
== प्रमाणफल == * इसकी दो प्रकार से व्यवस्था की जाती है,-'' ' बाह्यार्थवादी-साधारण '' '-नीन प्रमेय में अनधिगत अविसंवादी नीलाकार ज्ञान प्रमाण ता विप्रतिपत्तिनिरास पूर्वक नील-परिच्छेद (अवपिरीत अवबोध) प्रमाणफल है।