| 1. | वैश्लेषिक ज्यामिति में किसी वक्र की अनन्तस्पर्शी (
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| 2. | नमूना मानक विचलन से एक के संबंध में इस आकलनकर्ता की अनन्तस्पर्शी सापेक्ष दक्षता (
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| 3. | दासगुप्ता और हाफ़ (2006), “प्रसार के विभिन्न मापों के मध्य परस्पर संबंधों का अनन्तस्पर्शी विस्तार”.
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| 4. | तथा परवलय (यदि हम मानें कि सरलरेखा के अलावा अन्य वक्र भी अनन्तस्पर्शी के रूप में स्वीकार्य हैं।)
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| 5. | अनन्तस्पर्शी के ज्ञान से वक्रों के आरेखण में बहुत सहायता मिलती है क्योंकि अनन्तस्पर्शी वक्रों का बहुत दूरी पर स्थिति का संकेत करती है।
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| 6. | अनन्तस्पर्शी के ज्ञान से वक्रों के आरेखण में बहुत सहायता मिलती है क्योंकि अनन्तस्पर्शी वक्रों का बहुत दूरी पर स्थिति का संकेत करती है।
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| 7. | लेकिन मजबूत नाभिकिय बल का एक और गुणधर्म जीसे अनन्तस्पर्शी स्वतंत्रता (asymptotic freedom) कहते है, ग्लुआन और क्वार्क को अच्छी तरह से परिभाषित करता है।
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