| 1. | सर्व शरीर में अनुवर्धन (संचरण) करता हुआ रक्त जब वृक्क को प्राप्त होता है ।।
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| 2. | जन्म काल से लेकर मृत्युपर्यन्त प्राणी का पालन, सम्वर्धन एवं अनुवर्धन आहार के आधार पर ही हुआ करता है ।
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| 3. | जन्म काल से लेकर मृत्युपर्यन्त प्राणी का पालन, सम्वर्धन एवं अनुवर्धन आहार के आधार पर ही हुआ करता है ।
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| 4. | इसके ऊपर इसके विकास के ऊपर इसकी महत्ता के ऊपर शासकीय संरक्षण में शोधन, पोषण एवं अनुवर्धन किया जाता तों निर्मल जैसे बाबा का अभ्युदय ही नहीं हो पाता.
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