का अधिकतम मान 2. 612 है और ऐसा गैस को पूर्णतया अपकृष्ट (
5.
वह यज्ञीय पशु अपकृष्ट योनि से विमुक्त होकर देवयोनि में उत्पन्न होता है ।
6.
;यहाँ भत्तफ का भगवान् के प्रति अपकृष्ट होना अर्थात् सि (है, अत: व्य नावृत्ति से नमस्कार अभिव्यत्तफ होता है।
7.
बोस गैस के लिए p का अधिकतम मान 2. 612 है और ऐसा गैस को पूर्णतया अपकृष्ट (degenerate) कहा जाता है।
8.
बोस गैस के लिए p का अधिकतम मान २. ६१२ है और ऐसा गैस को पूर्णतया अपकृष्ट (degenerate) कहा जाता है।
9.
खगोलशास्त्र में सफ़ेद बौना या व्हाइट ड्वार्फ़ एक छोटे तारे को बोला जाता है जो “ अपकृष्ट विद्युदणु पदार्थ ” का बना हो।
10.
“ अपकृष्ट विद्युदणु पदार्थ ” या “ ऍलॅक्ट्रॉन डिजॅनरेट मैटर ” में विद्युदणु (ऍलॅक्ट्रॉन) अपने परमाणुओं से अलग होकर एक गैस की तरह फैल जाते हैं और नाभिक (न्युक्लिअस, परमाणुओं के घना केंद्रीय हिस्से) उसमें तैरते हैं।