-जलीय संरचनाओं के परिणाम के रुप में अपक्रम से चैनल अध्ययन करने के लिए आदिप्रारुप प्रेक्षण.
3.
उनका कहना था कि जीवित रहने के लिए प्राणवायु (oxygen) या किसी विशेष साधना, क्रम, अपक्रम या खूराक की जरूरत नहीं।
4.
अपक्रम (Declination) आकाशीय विषुवत वृत्त से क्रान्ति वृत्त की ओर ग्रहों का अन्तर इस विषुवत वृत्त (Celestial Equator) से नापा जाता है जिससे यह ज्ञात हो जाता है कि कोई तारा या ग्रह विषुवत वृत्त से उत्तर या दक्षिण में कितने अन्तर पर है।