| 1. | महत्व के हैं, जो अपरूपक बल (
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| 2. | परिवर्तित अवस्थाओं के लिए अपरूपक प्रतिबल का मान उसी के अनुसार चुना जाता है।
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| 3. | गर्डर, धरन और शहतीर पर पड़नेवाला नमन बल (भेंडिंग फोर्स) और अपरूपक बल (
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| 4. | परिवर्तित अवस्थाओं के लिए अपरूपक प्रतिबल का मान उसी के अनुसार चुना जाता है।
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| 5. | काटनेवाले औजारों में कैंची और छेदक (Punch) महत्व के हैं, जो अपरूपक बल (Shearing force) से काम करते हैं।
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| 6. | इसी प्रकार उपयुक्त स्थिरांकों से गुणा कर विभिन्न पदार्थों की संपीडन तथा अपरूपक सामथ्र्य भी मालूम हो सकती है।
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| 7. | इसी प्रकार उपयुक्त स्थिरांकों से गुणा कर विभिन्न पदार्थों की संपीडन तथा अपरूपक सामथ्र्य भी मालूम हो सकती है।
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| 8. | विशुद्ध अपरूपक प्रतिबल, दो सामान तथा एक दूसरे की विरोधी दिशा में काम करनेवाले प्रतिबलों के मिश्रण के रूप में होता है।
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| 9. | विशुद्ध अपरूपक प्रतिबल, दो सामान तथा एक दूसरे की विरोधी दिशा में काम करनेवाले प्रतिबलों के मिश्रण के रूप में होता है।
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