सम्भव है कुछ अगली पीढियांइसे देख-समझ सकें. इसी दिशा में प्रकृति की परतों को उलटकर मानव समाज की यात्रा का जो स्वरुप किया गया है वही विकासवाद है ; पर मूलतः यह एक अपसिद्धांत है.
परिभाषा
वह विचार जो सिद्धांत के विपरीत हो :"उनके अपसिद्धांतों का सभी ने विरोध किया"
जहाँ किसी सिद्धांत को मानकर उसी के विपरीत बात कही जाय :"शास्त्रीजी का अपसिद्धांत किसी को मान्य न था"
जैनशास्त्रानुसार उनके विरुद्ध सिद्धांत :"अपसिद्धांत की ओर ध्यान मत दीजिए"