गूढ़रचना अंगारक (कार्बन), अम्लजन गैस (आक्सिजन), नत्राजन गैस और हाइड्रोजन
2.
हरे पौधो प्रकाश में तो अंगारकवायु का विश्लेषण करके अम्लजन वायु छोड़ते
3.
अम्लजन, उद्जन, नत्राजन और गन्धक आदि के विशेष मात्र में मिश्रित होने से
4.
हैं, पर अंधेरे में इसका उलटा करते हैं-अर्थात जंतुओं के समान अम्लजन का
5.
है, वे अम्लजन वा प्राण वायु साँस द्वारा खींचते हैं और अंगारक (कार्बन)
6.
पाकर विश्लिष्ट कर देती है जिससे अम्लजन वायु तो निकल जाती है उदजन वायु
परिभाषा
एक स्वादहीन,रंगहीन,गंधहीन एवं अज्वलनशील गैस जिसे हम साँस के रूप में ग्रहण करते हैं:"हाइड्रोजन और ऑक्सीजन की क्रिया के फलस्वरूप जल का निर्माण होता है" पर्याय: आक्सीजन, ऑक्सीजन, औक्सीजन, अक्षजन, ओषजन, प्राणवायु, प्राण_वायु,