आंत्र के अंतिम भाग को प्राय: अवस्कर (Cloaca) कहते हैं।
3.
[Noun]उदाहरण:अंगार शंकु को लावा मल या अवस्कर शंकु भी कहा जाता है।
4.
इनकी उत्पत्ति मध्य जनस्तर के मध्यस्थ कोशिका पुंज तथा अवस्कर गुहा (
5.
इनकी उत्पत्ति मध्य जनस्तर के मध्यस्थ कोशिका पुंज तथा अवस्कर गुहा (cloaca) के जननमूत्र विवर से होती है।
6.
पश्चपाद के बाहरी भाग, उरु-अस्थि के अंत में स्थित एक या दो अस्थि ग्रंथिकाओं एवं अवस्कर (क्लोएका) के दोनों ओर शल्क (स्केल) से बाहर निकले हुए नखर (क्लॉ) के रूप में, दिखाई पड़ते हैं।
7.
इसी प्रकार यदि किसी पक्षी कीडिम्ब-~ वाहिनी का भ्रंश (फ्रोलप्से) हो जाने अथवा अवस्कर भित्ति (छ्लोअचल्तल्ल्) के निकास के बाहर आ जाने पर अन्य पक्षी उस पर हमला करके उसकेउत्तकों पर चोंच से प्रहार करते हैं जिससे घाव और गम्भीर हो जाता है.
परिभाषा
गाय का मल या विष्ठा जिसे हिंदुओं में पवित्र माना जाता है:"हिंदू धार्मिक अनुष्ठानों में गोबर की आवश्यकता पड़ती है" पर्याय: गोबर, गोमय, गो_विष्ठा,