हालांकि, व्यावसायिक आयनीकरण डिटेक्टरों में एक अविशेषज्ञ व्यक्ति को इसकी भीतरी सफाई करने की सलाह नहीं दी जाती है.
2.
आगे मुख्य प्रश्न यह है कि लक्ष्मी शरथ जैसी पत्रकार को धार्मिक भावनाओं और महिलाओं की प्रतिष्ठा को धूमिल करने वाला आलेख लिखने जैसा गैरजिम्मेदाराना कार्य क्यों करना पड़ा? उन्हें धार्मिक सांस्कृतिक ऐतिहासिक मामलों में लगभग अनपढ़ (अविशेषज्ञ / अदक्ष) किस्म के दो व्यक्तियों के निजी वार्तालाप को साक्ष्य कथन जैसा उद्धृत करके आस्था और स्त्री मर्यादा को चोट पहुंचाने जैसा निंदनीय कार्य क्यों करना चाहिये था!