प्राचीन कथाओं से सुना जाता है कि पहले निपुण अस्त्रकार ऐसी बारीक खड्ग बना सकते थे कि जिससे आदमी को काटकर दो टुकड़े कर देने पर भी उसे मालूम नहीं पड़ता और जब उसे हिलाया जाता था तो उसके दो टुकड़े हो जाते थे।
परिभाषा
वह कारीगर जो अस्त्र या हथियार बनाता हो या हथियार बनाने वाला कारीगर:"सेनापति ने अस्त्रकार से तरह-तरह के अस्त्र-शस्त्र खरीदे"