संज्ञा
| जन-साधारण को पानी पिलाने का स्थान:"महानगरों में जगह-जगह प्याऊ बने होते हैं" पर्याय: प्याऊ, पौसरा, पौ, पौसाला, पनसाल, पौंसरा, पौसला, पौह, जलसबील, जलप्रपा, सबील, प्रपा, तोयशाला, प्रपान, पयशाला, अहरी,
| | जलाने के लिए एकत्र किया हुआ कंडों का ढेर:"शीला अहरे को सुलगा रही है"
| | कंडों के ढेर को एकत्र करके जला कर तैयार की हुई आग:"वह अहरे में बाटी सेंक रही है"
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