आंत्रपुच्छ प्रदाह में गाजर का रस पीना फायदेमंद है।
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के लिए हिंदी में ' आंत्रपुच्छ शोथ' अधिक प्रचलित है.
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आंत्रपुच्छ शोथ (अपेन्डिसाइटिस)-
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भोजन से पहले अदरक, नींबू एवं सेंधा नमक खाने से आंत्रपुच्छ प्रवाह में लाभ होता है।
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आंत्रपुच्छ शोथ (अपेंडिसाइटिस) रोग में भी रोगी को वमन होती हैं काली खांसी रोग में हर बार खांसी का दौ
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आंत्रपुच्छ, जलोदर, पाण्डु, यकृत वृद्धि, बहुमूत्र सरीखे उदर तथा मूत्राशय के रोगों में इस बन्ध से बड़ा लाभ होता है।
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आंत्रपुच्छ शोथ (अपेंडिसाइटिस) रोग में भी रोगी को वमन होती हैं काली खांसी रोग में हर बार खांसी का दौरा उठने के साथ अंत में वमन होती है।
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धातुक्षय, गैस, मधुप्रमेह, स्वप्नदोष, अजीर्ण, कमर का दर्द, गर्दन की दुर्बलता, बन्धकोष, मन्दाग्नि, सिरदर्द, क्षय, हृदयरोग, अनिद्रा, दमा, मूर्छारोग, बवासीर, आंत्रपुच्छ, पाण्डुरोग, जलोदर, भगन्दर, कोढ़, उल्टी, हिचकी, अतिसार, आँव, उदररोग, नेत्रविकार आदि असंख्य रोगों में इस आसन से लाभ होते हैं।