| 1. | (२) यकृत, आंत्रिक या आमाशयिक तीव्र शूल वेदना.
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| 2. | आंत्रिक ज्वर में धीरे-धीरे ज्वर विकसित होता है।
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| 3. | आंत्रिक ज्वर में यकृत वृद्धि अधिक होती है।
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| 4. | (६) आमाशयिक तथा आंत्रिक वातनाड़ी संघात की अवस्था में.
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| 5. | कोलाइटिस (वृहद आंत्रिक प्रदाह):
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| 6. | आंत्रिक दीवार के माध्यम से ट्यूमर हमला
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| 7. | इससे आंत्रिक ज्वर (टायफाइड) में लाभ मिलता है।
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| 8. | यह माना जाता है कि आंत्रिक रस का एंटेरोकाइनेज (
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| 9. | आंत्रिक ज्वर और मलेरिया में अतिसार की अधिक उत्पत्ति होती है।
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| 10. | आंत्रिक रस के मिलने से पूर्व अग्न्याशय रस निष्क्रिय होता है।
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