| 1. | प्रसवकाल में गर्भाशय का प्रारंभिक आकुंचन लयात्मक (
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| 2. | प्रत्येक आकुंचन में ऊर्जा की उत्पत्ति होती है।
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| 3. | आकुंचन के समय जिस स्थान से उसका उद्गम (
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| 4. | पश्चिम में शनि समान आकुंचन तत्व की महत्ता है।
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| 5. | योनि छेदन, आकुंचन फोड़ों की उपस्थिति हरपीज सिम्पलेक्स वायरस
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| 6. | ध्यान में मांसपेशियों के सापेक्ष आकुंचन की मात्रा आदि।
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| 7. | आकुंचन बल (शेल में अधिक दबाव झेलने के लिए)
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| 8. | स्तन्य पोषण गर्भाशय के आकुंचन में सहायक होता है।
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| 9. | शल्यकर्मोत्तर परिवर्तन, रेडियोथैरेपी से हुए परिवर्तन, आकुंचन
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| 10. | शल्यकर्मोत्तर परिवर्तन, रेडियोथैरेपी से हुए परिवर्तन, आकुंचन
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