वेंसे भी मुबाई औ पूरे महाराष्ट्रा मे मराठी के अलावा और भी समस्याए हें कभी उनके बारे मे तो कुछ बोलो मुझे तो ये समझ नही आतत की मराठी तक्तीया लगा कर य कों से निर्माण निर्माण की बात करना चाहते हें और हमारे मुख्या मंत्री जी तो चाहते ही यही हें की जनता का ध्यान कभी मुख्य समस्याओ पर जाए ही ना और लोग यू ही बेमतलब मे लड़ते रहे