वैकल्पिक दुनिया का सपना नहीं होगा तो हर व्यक्तिगत लड़ाई अंततः आत्म-नाश में जाकर समाप्त होगी।
2.
यहाँ समस्या ' फॉर्म ' और ' कंटेंट ' की नहीं है, वह तो आपको मालूम ही हैं, सवाल उन्हें प्रतिबद्ध रचाव-बसाव वाली कलाकृति में कायांतरित करने का है जो एक तरह के आत्म-नाश से ही हासिल हो पता है.