| 1. | फलांकों की आत्मनिष्ठता के अनेक कारण हैं.
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| 2. | आत्मनिष्ठता का संयोग इस विशिष्टता के साथ समाहित होता
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| 3. | जो आत्मनिष्ठता इस प्रकार के निर्वचन में शेष है, उसके भविष्य मेंनिःसरित होने की सम्भावना है.
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| 4. | इसके अलावा तेन ने साहित्यिक कृति में वस्तुनिष्ठता और आत्मनिष्ठता की समस्या पर भी विचार किया ।
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| 5. | पठन-पाठन मनन एवं आचरण करेगा वह अपने दुःखादि की निवृत्ति करके आत्मनिष्ठता को प्राप्त करेगा ऐसा पूर्ण विश्वास है।
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| 6. | महादेवी वाले प्रसंग के विषय में यही कहूंगा, कि मूल्यांकन में आत्मनिष्ठता से बड़ा मूल्य है मूल्यात्मक वस्तुनिष्ठता! आभार!
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| 7. | यह मेरे निजी विचार हैं और अक्सर जैसा होता आया है कि निजी विचार में तथ्यों की जगह आत्मनिष्ठता हावी रहती है।
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| 8. | हो इसका पठन-पाठन मनन एवं आचरण करेगा वह अपने दुःखादि की निवृत्ति करके आत्मनिष्ठता को प्राप्त करेगा ऐसा पूर्ण विश्वास है।
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| 9. | वस्तुनिष्ठता और आत्मनिष्ठता का यह सामंजस्य ‘ शरीर और आत्म ' के चिर-परिचित रूपक द्वारा सहज ही समझा जा सकता है. ”
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| 10. | इस प्रकार की सचेत और सटीक आत्मनिष्ठता का शायद सर्वाधिक अच्छा उदाहरण हमें जर्मन यहूदी दार्शनिक और आलोचक थियोदोर अडोर्नो के लेखन में मिलेगा।
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