उन्होंने समाज में आय-वितरण की स्थिति को दर्शाने के लिए निर्धनता सूचकांक विकसित किया.
2.
इसके लिए आय-वितरण, आय में असमानता और विभिन्न आय वितरणों में समाज की क्रय क्षमता के संबंधों की सूक्ष्म, व्याख्या करते हुए, अमर्त्य सेन ने निर्धनता सूचकांक व अन्य कल्याण संकेतकों को परिभाषित किया.