| 1. | यह कल्प स्तनियों, पक्षियों, फोरैमिनीफेरों और आवृतबीजी (
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| 2. | आवृतबीजी पौधों में दो वर्ग हैं:
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| 3. | आवृतबीजी पौधों में दो वर्ग हैं:
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| 4. | सपुष्पक, संवृतबीजी, या आवृतबीजी (
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| 5. | उत्पत्ति और जटिलता के विचार से तो ये आवृतबीजी (
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| 6. | इसी कारण इन बीजों को आवृतबीजी या संवृतबीजी कहते हैं।
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| 7. | इसी कारण इन बीजों को आवृतबीजी या संवृतबीजी कहते हैं।
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| 8. | इसी कारण इन बीजों को आवृतबीजी या संवृतबीजी कहते हैं।
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| 9. | यह कल्प स्तनियों, पक्षियों, फोरैमिनीफेरों और आवृतबीजी (angiosperms) पादपों का काल था।
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| 10. | बाँस एक सपुष्पक, आवृतबीजी, एक बीजपत्री पोएसी कुल का पादप है।
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