2. सैगिंग-पुरानी हुई त्वचा इलास्टिन और कोलैजेन कम बनाती है।
3.
ये इलास्टिन टिशू के डेमेज होने की वजह से होता है।
4.
चमड़े के तनाव तथा प्रत्यास्थता, दोनों पर इलास्टिन की मात्रा का प्रभाव पड़ता है।
5.
चमड़े के तनाव तथा प्रत्यास्थता, दोनों पर इलास्टिन की मात्रा का प्रभाव पड़ता है।
6.
सूर्य से निकलने वाली पराबैगनी किरणें हमारी त्वचा के कोलाजेन और इलास्टिन को तोड देती हैं।
7.
जिंक और विटामिन ए मिलकर कोलाजेन और इलास्टिन का निर्माण करते हैं जिससे त्वचा ढीली नहीं पड़ती।
8.
जिंक और विटामिन ए मिलकर कोलाजेन और इलास्टिन का निर्माण करते हैं जिससे त्वचा ढीली नहीं पड़ती।
9.
इसके रेशे कोलेजन से भीतर के भाग इलास्टिन (elastin) नामक पीले रंग के प्रोटीन के बने होते हैं।
10.
कृत्रिम रबर एलास्टमोर (Elastmore), इलास्टिन (Elastin), इथेनॉयड (Ethanoid), थायोप्लास्ट (Thioplast), इलास्टोप्लास्ट (Elastoplast) इत्यादि नामों से जाने जाते हैं।