गर्भाशय में पानी (उल्वोदक) की कमी (ओलिगोहायड्रेम्निऑस), उच्च रक्तचाप, आरएच निगेटिव रक्त समूह, जुड़वाँ गर्भस्थ शिशु, गर्भस्थ शिशु के विकास में अवरोध (आययूजीआर) आदि के मामलों में कार्डियाक टोकोग्राफी एक अत्यंत महत्वपूर्ण परीक्षण है जिस पर प्रसव की सफलतानिर्भर करती है।