| 1. | स्पन्दन क्रिया तो देह में भी ऊध्र्वमुखी होती है।
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| 2. | स्पन्दन क्रिया तो देह में भी ऊध्र्वमुखी होती है।
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| 3. | कुंभक करते हुए अंतर्चेतना को ऊध्र्वमुखी बनाने का प्रयास करें।
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| 4. | ऊध्र्वमुखी होने में सहायक होता है।
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| 5. | अधोमुखी त्रिकोण को शक्ति यंत्र और ऊध्र्वमुखी त्रिकोण को शिव यंत्र कहते हैं।
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| 6. | इस यंत्र में पांच शक्ति त्रिकोण ऊध्र्वमुखी व चार शिव त्रिकोण अधोमुखी होते हैं।
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| 7. | विवाह से पूर्व लड़का-लड़की में पौरूषेय भाव (अगिA) की प्रधानता के कारण विकास ऊध्र्वमुखी होता है।
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| 8. | जब भी व्यक्ति अपने स्वरूप से ऊध्र्वमुखी होना चाहता है, तब वह “ह” का ह्रास करता है।
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| 9. | अब उनके साथ काल के प्रवाह में बहने की जगह उन्हें ऊध्र्वमुखी करने को रास कहा जाएगा।
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| 10. | ऊध्र्वमुखी त्रिकोण: अग्नि तत्व का प्रतिनिधित्व करते हैं क्योंकि अग्नि की गति सदैव ऊध्र्वमुखी होती है।
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