उन्हें एबोनाइट में एक स्प्रिंग के नियन्त्रण में लगाया गया।
2.
उन्हें एबोनाइट में एक स्प्रिंग के नियन्त्रण में लगाया गया।
3.
प्राथमिक एवं द्वितीयक कुंडलियाँ एक ही क्रोड पर, एबोनाइट अथवा और किसी विद्युद्रोधी नलिका पर लपेटी होती है, परंतु उनमें कोई, योजन नहीं होता, या तो वे इनेमिल किए तारों से लपेटी होती है, जिसके कारण एक दूसरे से विद्युद्रोधी रहती हैं;