| 1. | इसे लघु कल्याणी या कंटकी कहते हैं।
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| 2. | पनस, कंटकी फल, अति बृहत्फल।
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| 3. | हो कंटकी कितनी भी राहें, रखना फैलाये तू
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| 4. | हो कंटकी कितनी भी राहें, रखना फैलाये तू...
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| 5. | कंटकी कलही चाऽथ तुरंगी महिषी अजा।।
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| 6. | राजा राज भोज के स्थान पर कंटकी फ्राइड चिकन खुल रहा है।
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| 7. | जब बीस खानदानी घोडे दौडे कंटकी डर्बी, हमको फ़िलासाफ़िक मूड में धर गए ससुरे!
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| 8. | १ पूतीक (कंटकी करंग, लता करंज) २ कृष्णा गंध(शोमंजं, सहजना-मुनगा) और तिल्वक (शावर लोथ या पठानी लोथ).
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| 9. | नीच व शत्रु राशि में गोचरीय शनि की साढ़ेसाती व ढैया, पनौती व लघु कंटकी कहलाती है।
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| 10. | हो कंटकी कितनी भी राहें, रखना फैलाये तू बाहें, नहीं करना पग अपने पीछे, चाहे कर दे तुझे भस्म ज्वाल ।
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